उसने आगे की प्लानिंग कर रखी थी। लंच करके वह ससुराल चली। उसने आगे की प्लानिंग कर रखी थी। लंच करके वह ससुराल चली।
माँ गलत नहीं कहा करती थी उसे। माँ सही कहा करती थी। माँ गलत नहीं कहा करती थी उसे। माँ सही कहा करती थी।
उसने आत्मनिर्भर होने के साथ-साथ आत्म सम्मान के साथ भी जीने का निश्चय कर ही लिया। उसने आत्मनिर्भर होने के साथ-साथ आत्म सम्मान के साथ भी जीने का निश्चय कर ही लिया।
ये तपस्या इतनी आसान नहीं होगी फरीद।” क़ाशनी साहब मुस्कुरा रहे थे। ये तपस्या इतनी आसान नहीं होगी फरीद।” क़ाशनी साहब मुस्कुरा रहे थे।
मजबूत मन से उसने गाँव पैदल जाने का इरादा छोङ दिया और दाल चावल चढाने के जुगाङ में लग गयी मजबूत मन से उसने गाँव पैदल जाने का इरादा छोङ दिया और दाल चावल चढाने के जुगाङ में...
रात में सोहन सोने के बाद सुबह नींद से जागा ही नहीं! रात में सोहन सोने के बाद सुबह नींद से जागा ही नहीं!